आप जिस चीज को सबसे ज्यादा पाना चाहते हो पहले उसे देना सीखें।
हर चीज का दो बार निर्माण होता है, पहली बार मन में और आखिरी बार वास्तविकता में।
समाज जो भी सोचता है उसमे मुझे कोई दिलचस्पी नहीं है, महत्वपूर्ण ये है मैं अपने आपको कैसे देखता हूँ। मैं जनता हूँ की मैं क्या हूँ, और मैं अपने काम की कीमत जनता हूँ।
जीवन का उद्देश्य ही उद्देश्य का जीवन है
अगर आपका जीवन विचारने के योग्य है तो फिर ये लिखने योग्य भी है।
~रोबिन शर्मा
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